घर खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त
हम अपना घर कब खरीद सकते हैं? घर खरीदने के लिए कौन सा समय सबसे शुभ होगा? इन प्रश्नों का विचार हमारे मन में हमेशा रहता ही है। कई बार ऐसा होता है की हम घर खरीदने के लिए खूब प्रयास करते हैं, लेकिन किसी न किसी कारण से वह प्रयास असफल हो जाते हैं। इन सभी बातों के लिए अपनी कुंडली का विश्लेषण करा लेना अत्यंत आवश्यक कार्य होता है। कुंडली के विश्लेषण के साथ साथ शुभ मुहूर्त भी उतनी ही अहम भूमिका निभाता है। स्वयं के घर की भविष्यवाणी/Own house prediction के द्वारा इन सभी प्रश्नों के उत्तर ढूंढे जा सकते हैं।आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं।
क्या है घर खरीदने के लिए सबसे शुभ मुहूर्त?
घर खरीदने के लिए एक शुभ मुहूर्त बहुत लाभदायक होता है। यदि एक शुभ समय पर घर को खरीदा जाए तो उसका लाभ आपके साथ साथ परिवार के सभी सदस्यों को भी मिलता है। कोई भी व्यक्ति अपने घर को हर प्रकार से शुभ और सुरक्षित देखना चाहता है। ऐसे में यदि घर की खरीदारी के लिए ज्योतिष शास्त्र/Astrology में दिए गए नियमों और शुभ समय का पालन करते हैं, तो वह घर आपके सपनों के घर से भी सुंदर प्रतीत होगा तथा परिवार के सौभाग्य को बढ़ाने वाला भी होगा। यदि घर खरीदने के लिए शुभ समय नहीं देखा जाता है, तो आपको उचित फल मिलना मुश्किल हो सकता है।
घर खरीदने के लिए शुभ माह, नक्षत्र, तिथि, और वार
शुभ माह
घर खरीदने के लिए वैशाख मास, ज्येष्ठ मास, आषाढ़ मास (मिथुन के तुला राशि प्रवेश से पूर्व ), मार्गशीर्ष मास, माघ मास और फाल्गुन मास उत्तम माने गए हैं।
तिथियां – कृष्ण पक्ष प्रतिपदा तिथि, कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि, पंचमी तिथि, षष्ठी तिथि, दशमी तिथि, एकादशी तिथि तथा पूर्णिमा तिथि अनुकूल होती हैं।
नक्षत्र – मृगशिरा नक्षत्र, पुनर्वसु नक्षत्र, आश्लेषा नक्षत्र, मघा नक्षत्र, विशाखा नक्षत्र, अनुराधा नक्षत्र, पूर्वा फाल्गुनी, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, मूल, स्वाती, शतभिषा नक्षत्र, तथा रेवती नक्षत्र।
वार – मंगलवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार
घर खरीदने में ग्रह योग और दशाओं का महत्व
ग्रह योग और दशाओं का जीवन के प्रत्येक क्षेत्र पर असर देखा जा सकता है। व्यक्ति के जीवन में जब उचित दशा तथा उचित समय मिलता है, तब उसके सभी कार्य और उसकी मनोकामनाएं भी पूरी होने लगती है। अगर आप अपने घर के सपने को पूरा करना चाहते हैं, तो आपको अपनी कुंडली में मौजूद ग्रह, योग और दशा का आंकलन कराना चाहिए। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जब भी आपके जीवन में घर के सुख की दशा आरंभ होगी, आपको अपने घर, संपत्ति इत्यादि को खरीदने का मौका अवश्य मिलता है। यही कारण है कि आपको घर या संपत्ति योग/property Yoga के लिए अपनी कुंडली का विश्लेषण कराना चाहिए।
कुंडली द्वारा निर्मित होता है घर खरीदने का शुभ मुहूर्त
वास्तु और ज्योतिष/Vastu and astrology से संबंधित नियम एवं सिद्धांतों में घर की खरीद के लिए उपयुक्त वास्तु, समय एवं व्यक्ति की जन्म कुंडली में संपत्ति के योग का ध्यान रखना बहुत जरूरी होता है। किसी भी शुभ मुहूर्त जानने के लिए पंचांग द्वारा एक शुभ समय का पता लगाया जा सकता है, लेकिन हर व्यक्ति की कुंडली में घर खरीदने के लिए योग और शुभ मुहूर्त अलग अलग होता है जिसमें एक ज्योतिषी आपकी सहायता कर सकता है। कोई नया घर लेने से पूर्व आपको कुछ प्रश्नों के उत्तर अवश्य पता होना चाहिए जैसे – भूमि किस प्रकार की है, आस पास का माहौल कैसी है, वहां का वास्तु कैसा है इत्यादि। इन बातों को ध्यान में रख कर ही घर खरीदा जाना चाहिए।
कब खरीद पाएंगे अपना घर
वैदिक ज्योतिष/Vedic Astrology के अनुसार किसी भी व्यक्ति की जन्म कुंडली का चतुर्थ भाव उसके संपत्ति पर मालिकाना हक को दर्शाता है। चल-अचल संपत्ति का सुख इसी भाव से देखा जाता है। यदि आपका यह स्थान उत्तम है, तो आपको संपत्ति का सुख प्राप्त हो सकता है। जब कोई भी व्यक्ति अपने लिए घर खरीदता है, तो उसे अपनी कुंडली में इसके योग के विषय में जानना चाहिए।
अपनी कुंडली से जाने घर खरीदने का शुभ मुहूर्त समय
घर खरीदने के लिए आपकी कुंडली का मूल्यांकन करके ही शुभ मुहूर्त पर घर खरीद का निर्णय लेना चाहिए। किसी व्यक्ति की कुंडली में द्वितीय भाव, चतुर्थ भाव, नवम भाव, एकादश भाव की दशाएं घर खरीदने के लिए शुभ समय दर्शाती हैं, वहीं मंगल, शनि, चंद्रमा, शुक्र ग्रह की दशा में संपत्ति मिलने का शुभ समय ज्ञात होता है। इसलिए अपनी कुंडली/Birth chart की जांच द्वारा ही आप अपने घर खरीदने का सपना साकार कर सकते हैं। एक शुभ मुहूर्त में लिया गया घर आपके और आपके कुल की सुख समृद्धि में वृद्धि करता है।
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